मछली पालन भी, रोजगार भी

विधायक दीपक बिरुवा ने अपने संबोधन में कहा कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं और यह आज के दौर में रोजगार का एक अच्छा जरिया भी है। उन्होंने मत्स्य कृषकों से अग्रहा किया कि अधिक से अधिक लोग मछली पालन के क्षेत्र से जुड़कर लाभान्वित हो, उन्होंने तालाब के सौंदर्यीकरण और तालाब तक आने वाली सड़क का जीर्णोद्धार करने हेतु भी आश्वासन दिया है।

मछली पालन भी, रोजगार भी
चाईबासा बंद पड़ी खदान में होता मछली पालन

सदर प्रखंड के कमारहातु स्थित खदान तालाब में केज सिस्टम से मछली पालन एवं नौका विहार का उदघाटन माननीय विधायक  दीपक बिरुवा एवं जिला उपायुक्त श्अनन्य मितल के द्वारा संयुक्त रूप फीता काटकर किया गया। खदान तालाब में 25 केज बैट्री, एक मोटरवोट और एक पेडल वोट मौजूद है। जिसका आज विधिवत शुभारंभ किया गया।

मौके पर चाईबासा विधानसभा क्षेत्र के विधायक  दीपक बिरुवा ने अपने संबोधन में कहा कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं और यह आज के दौर में रोजगार का एक अच्छा जरिया भी है। उन्होंने मत्स्य कृषकों से अग्रहा किया कि अधिक से अधिक लोग मछली पालन के क्षेत्र से जुड़कर लाभान्वित हो, उन्होंने तालाब के सौंदर्यीकरण और तालाब तक आने वाली सड़क का जीर्णोद्धार करने हेतु भी आश्वासन दिया है।

जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल ने जिला वासियों से मछली पालन के क्षेत्र में जुड़ कर लाभान्वित होने हेतु अग्रहा किया। उन्होंने कहा कि जिला मत्स्य कार्यालय सदैव मत्स्य कृषकों का सेवा के लिए तत्पर हैं। मत्स्य पालन से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या होने पर वे जिला मत्स्य कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिले में शीघ्र ही फीड मील का पदस्थापन किया जाएगा।

साथ ही साथ जिले में जहाँ भी मत्स्य पालन किया जा रहा है, वहा केज हाउस, स्टोर रूम का भी निर्माण किया जएगा।

मौके पर जिला मत्स्य पदाधिकारी श्जयंत रंजन ने कहा कि जिला मत्स्य कार्यालय सदैव मत्स्य कृषकों के लिए तत्पर है, किसी भी प्रकार की समस्या/ सुझाव हेतु वे कार्यालय में संपर्क कर अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है, कि सभी के थाली में मछली हो इसके लिए जिला प्रशासन मछली पालन के क्षेत्र में लगातार कार्यरत है।

आयोजित कार्यक्रम में जिला मत्स्य पदाधिकारी जयंत रंजन, प्रखंड विकास पदाधिकारी श्रीमती पारुल सिंह, मुखिया जुलियाना देवगम, पंंसस दीनबंधु देवगम, मुंडा जी बिरसा देवगम एवं कमारहातु मत्स्यजीवी सहयोग समिति सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित रहे।