राष्ट्रपति का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान - वामदल

28 मई को नये संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति को शामिल नहीं किये जाने के विरोध में वामदलों ने पीएम का पुतला दहन किया है।

राष्ट्रपति का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान  - वामदल
वामदलों का पुतला दहन
रांची
वामदलों की ओर से अल्बर्ट एक्का चौक रांची में प्रधानमंत्री नरेंद्र दास मोदी के पुतला दहन कर कल 28 मई 2023 को होने वाले संसद भवन के उद्घाटन का विरोध किया गया।  पुतला दहन कार्यक्रम में मुख्य रूप से भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ,जिला सचिव अजय कुमार सिंह ,सीपीआईएम के एसके राय मौजूद थे। भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री अपनी तानाशाही रवैया को अपनाते हुए देश के प्रथम नागरिक आदिवासी महिला राष्ट्रपति को संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर नहीं बुलाकर अपमान किया गया है। जबकि देश की संसद राष्ट्रपति के आदेश से बंद होता है और खुलता है। संसद के संसद के अंदर जो भी बिल पास होता है या संसद के अंदर जो भी कानून बनाया जाता है राष्ट्रपति के हस्ताक्षर से लागू  होता है। देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति को उद्घाटन के मौके पर नहीं बुलाकर अपमान किया गया है। इसीलिए देश के 21 राजनीतिक दलों के लोगों ने बहिष्कार किया,  उसी के विरोध में आज पुतला दहन किया गया है। 
संविधान का पाठ करेंगे वामदल
कल संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर सुबह 9:00 बजे 28 मई को अल्बर्ट एक्का चौक के समक्ष संविधान के पाठ कर संविधान को बचाने के लिए संकल्प लेंगे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि तानाशाही के कारण देश के लोकतंत्र खतरे में है। देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और लाल झंडा हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार है।