चाकुलिया की मैट्रिक पास करने वाली गुलगुलिया जाति की पहली लड़की बनी दामिनी सबर

चाकुलिया की मैट्रिक पास करने वाली गुलगुलिया जाति की पहली लड़की बनी दामिनी सबर


 दसवीं बोर्ड की परीक्षा में चाकुलिया की मैट्रिक पास करने वाली गुलगुलिया जाति की पहली लड़की बनी दामिनी सबर । आपको बता दें कि  दामिनी सबर ने प्रथम श्रेणी से परीक्षा पास कर अपनी मां और विद्यालय का मान बढ़ाया है। जो अपनी जाति में मैट्रिक पास करने वाली चाकुलिया क्षेत्र की  पहली लड़की है। उसके पिता का स्वर्गवास हो चुका है. मां जसिन सबर ने तमाम आर्थिक कठिनाइयों से जूझते हुए उसे पढ़ाया।  दामिनी में पढ़ लिखकर कुछ बनने की ललक भी । जो केदारनाथ झुनझुनवाला उच्च विद्यालय से उसने मैट्रिक की परीक्षा दी थी। जिसे  66.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। आपको बता दें कि प्रखंड कार्यालय के पास खाली पड़े सरकारी जमीन पर गुलगुलिया सबर जाति के कई परिवार निवास करते हैं इन्हीं लोगों में दामिनी भी रहतीं हैं जिसका 
 अपना मकान भी नहीं है। और ना ही सरकार की ओर से भी इन्हें आवास नहीं मिला है. झोपड़ियों में गरीबी की जिंदगी जीती हैं. इस जाति के बच्चे पढ़ाई लिखाई में उतने रुचि नहीं रखते हैं. अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई के प्रति गंभीर नहीं हैं. परंतु दामिनी सबर में पढ़ने की प्रबल इच्छा शक्ति थी. तमाम कठिनाइयों के बावजूद दामिनी सबर ने यह सफलता हासिल की है. वह अपनी जाति के बच्चों को पढ़ाती भी है. उसकी इस सफलता से उसकी मां काफी खुश है. उसकी मां जसिन सबर ने बताया कहा कि तमाम कठिनाइयों के बावजूद वह उसे पढ़ाएगी. कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ाने के लिए प्रयास करेगी. दामिनी सबर ने बताया कि वह पढ़ना चाहती है और अपनी जाति के बच्चों को पढ़ाना भी चाहती है।‌