भारतीय जनतांत्रिक मोर्चा की रांची में आमसभा आयोजित  गोबर का टिका लगाने से चंदन की खुशबू नहीं आएगी : सरयू राय

भारतीय जनतांत्रिक मोर्चा की रांची में आमसभा आयोजित  गोबर का टिका लगाने से चंदन की खुशबू नहीं आएगी : सरयू राय


रांची : भारतीय जनतंत्र मोर्चा की आमसभा रांची के गाला वैंक्वेट हॉल में आयोजित की गई।  जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पार्टी के संरक्षण विधायक सरयू राय ,  केंद्रीय अध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी , पूर्वी सिंहभूम के जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष राम नारायण शर्मा ,  मुकेश पांडेय , दिलीप पांडेय, सूर्येश पांडेय, मंजू सिंह , प्रकाश ओझा , रौशन कुमार , संजय गुप्ता , नंदलाल केसरी ,  रमेश कुमार , पन्नू  जी , मुकुल मिश्रा,  विकास पांडेय,  ओमप्रकाश , रामेश्वर फौजी , नीतीश ओझा आदि शामिल हुयें। इसके आलावे  कार्यक्रम में विभिन्न जिलों के प्रतिनिधि हिस्सा लिये।  मंच संचालन आशीष शीतल मुंड़ा ने किया। 
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर हुआ। तत्पश्चात सरयू राय को अंग वस्त्र एवं  पौधा भेंटकर स्वागत किया गया। यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। 
पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी  विषय प्रवेश कराया । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि  संपर्क , समस्या और समाधान के मूल मंत्र को लेकर हमारी पार्टी जनता के बीच कार्यरत है। पिछले दिनों पत्रकारों ने मुझसे पूछा आप किसमें है ?  26 में  है या 38 में । इस पर मैंने कहा न मैं 26 में हूं न 38 में हूं। मैं अकेला हूं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार झारखंड में घर कर गई है इससे झारखंड को मुक्त करने के लिए भारतीय जनतंत्र मोर्चा ही अकेला ऐसी पार्टी है जो सक्षम है।  झारखंड में पक्ष और विपक्ष एक दुसरे का पीठ थपथपा रहे हैं। उन्होंने निडर होकर कार्य करने के लिए पार्टी नेताओं से आह्वान किया। 
संरक्षक सरयू राय ने कहा कि झारखंड में दो चुनाव आने वाले हैं। लोक सभा में हमारी भूमिका वही रहेगी जो हमारी सीमाओं की सुरक्षा कर सके। देश में अमन , चैन और शांति कायम रख सके। हम उसके साथ है। उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा आप क्षेत्र में जाए वहां देखें और बताएं कौन ऐसा उम्मीद है जो दमखम रखते हैं। आज देश में एवं राज्य में दो ध्रुव है उसके अलावे हमारे बारे में लोग क्या सोच रखते हैं उस पर विचार करना होगा। उन्होंने स्थानीय नीति पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा तर्क के  साथ नियम का समर्थन होना चाहिए। उन्होंने झारखंड में संवाद स्थापित कर असंतोष को दूर करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि  हेमंत सोरेन ने 1932 के तहत नीति नहीं बनाया ,  तो भाजपा विरोध में आ गयी। लेकिन जब पूछा गया कि आप 1932 के नियोजन नीति का समर्थन कर रहे हैं तो चुप हो जाते हैं।
 मणिपुर की घटना पर दूसरे प्रदेशों में घटित घटनाओं का हवाला दिया जाना हास्यास्पद है। समावेशी समाज बने झारखंड भी मणिपुर नहीं बने यह विचार होनी चाहिए। सब मिलकर इस राज्य को आगे बढाएंगे। रोज कोयला और पत्थर की चोरी हो रही है। ईडी ही झारखंड में मुख्य विपक्षी हो गई है ऐसा प्रतीत होता है। उन्होंने कहा जिस पूजा सिंघल पर कार्रवाई हुई है तब के कुछ लोगों को क्लीन चिट दे दिया गया है। अजीब विडंबना है।  उन्होंने कहा भ्रष्टाचार के मामले में तेरा मेरा नहीं होना चाहिए। आगे कहा कानून व्यवस्था की स्थिति आज बहुत खराब हो गई है। कानून व्यवस्था के विरुद्ध कोई आवाज नहीं उठाना चाहता है। जमशेदपुर शहर में पिछले दिनों जो घटनाएं हुई उसके विरुद्ध सबसे पहले मैंने आवाज उठाया। जबकि अभय सिंह को मेरे विरुद्ध  हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया। उन्हे चुनाव लड़वाया गया । फिर भी मैं हिन्दू नेता के साथ खड़ा हुआ। क्योंकि उसके साथ गलत हुआ।   हम जिस विचारधारा के साथ भाजपा में थे उस विचारधारा को यदि भाजपा छोड़ेगी तो हम पूरा करेंगे। उन्होंने केबुल कंपनी , सूर्य मंदिर का भी  जिक्र किया।  उन्होंने कहा जमशेदपुर में सूर्य मंदिर में राजसभा सांसद  महेश पोद्दार का शिलापट्ट लगाएंगे । क्योंकि उनके फंट का इस्तेमाल हुआ है लेकिन शिलापट्ट नहीं है। सूर्य मंदिर में 55 योजनाओं का पैसा लगा है। लेकिन कहीं कोई बोर्ड नहीं लगा। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि गोबर का टिका लगाएंगे तो उससे चंदन का सुगंध नहीं आएगी।  हेमंत सोरेन को भ्रष्ट कहने से पहले खुद में भी झांकने की जरूरत है। 29 जुलाई को  गिरती कानून व्यवस्था को लेकर बड़ी बैठक जमशेदपुर में होगी। इस तरह अन्य क्षेत्रों में भी बैठकें होनी चाहिए। उन्होंने नगरपालिका के योजनाओं पर चौकन्ना रहने की अपील की। उन्होंने कहा अखबार की सीमा हो गई है लेकिन सोशल मीडिया की कोई सीमा नहीं है इस लिए इस माध्यम का अपनी बात आमजनों तक पहुंचने के लिए प्रयोग करें । समस्याएं बहुत , सारी समस्याओं का हम समाधान नहीं कर सकते हैं लेकिन कोशिश तो जरूर करें। उन्होंने संगठन को क्रियाशील बनाने के गुण भी बताएं। 
रमेश कुमार ने कहा कि सबसे समृद्ध प्रदेश सबसे गरीबी में है। इसका मूल कारण है भ्रष्टाचार। उन्होंने कहा कि चुनाव जितने के लिए आत्म विश्वास होना चाहिए।  चुनाव जितने के लिए सरयू राय का फोटो ही काफी है। आज इस सभागार से इस संकल्प के साथ हम सब वापस जाए कि भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं को सदन में जाने नहीं देंगे। इसके आलावे मुकुल मिश्रा , धर्मेन्द्र तिवारी, सुबोध श्रीवास्तव, राम नारायण शर्मा , विकास पांडेय , मंजू सिंह समेत दर्ज भर लोगों ने संबोधित किया। 
धन्यवाद ज्ञापन सुशील ने किया।
( रिपोर्ट : दीपक कुमार की )