झारखंड में स्कूल टाइम गर्मी में बच्चो के लिये परेशानी का सबब

चाईबासा के विधायक दीपक बिरुआ ने प्रशासन को दिया निर्देश स्कूल टाइम में करे बदलाव

झारखंड में स्कूल टाइम गर्मी में बच्चो के लिये परेशानी का सबब
तेज धूप गर्मी और झारखण्ड के। स्कूल में पढ़ते स्कूली बच्चे

आनंदपुर प्रखंड में सिहभूम झारखण्ड की दूर दराज से आने वाले बच्चो के लिये चिलचिलाती धूप और बढ़ी गर्मी परेशानी का सबब बनी है, कुछ ऐसा ही हाल मंझगांव और ओडिसा राज्य की सीमा पर मौजूद है, प0सिंहभूम के आखिरी स्कूल के बच्चो का हैं, सारंडा में कुछ मौजूदा सरकारी स्कूल के बच्चों को थोड़ी राहत पेड़ो की छाया दे रही है, तो मनोहर पुर चिड़िया के बच्चों के लिए अप्रेल माह की यह गर्मी काफी चुभन भरी है, सुबह 6:00 बजे स्कूल जाने के लिए बच्चो  को घर से बाहर निकलना पड़ता है,अधिकतर बच्चे दोपहर दो बजे तक स्कूल में चिलचिलाती धूप के बीच रहते हैं, 10:30 से 11:30 के बीच टिफिन के वक्त बच्चा थोड़ा बहुत कुछ खा लेता है.. तो दूसरी तरफ दोपहर दो बजे तक उनका पेट खाली भी हो जाता है..इससे हम सहज अंदाजा लगा सकते हैं इस स्थिति में बच्चों को गर्मी और धूप से कितना खतरा हो सकता है, यह स्थिति इन दिनों झारखंड प्रदेश में सिंहभूम के लगभग 2 लाख 51हजार सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चो की है, यहाँ
गर्मी से हुई बच्चो की परेशानी को अभिभावकों को छोड़ कर शायद ही कोई समझ रहा है,राजनीतिक हलकों में तो इसकी चर्चा न के बराबर है,हा प0 सिंहभूम चाईबासा के विधायक दीपक बिरुआ इस समस्या को जरूर समझ रहे हैं, वही स्कूल के मामले में स्थानीय शिक्षा विभाग का रवैया उदासीन ही नज़र आ रहा..है

 बच्चों को हो रही परेशानी पर क्या कहते हैं एम एल ए दीपक बिरुआ

दीपक बिरुवा ने दिन ब दिन बढ़ रहे तापमान को लेकर स्कूल संचालन समय परिवर्तन की मांग के साथ प0 सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल को पत्र लिखा है उन्होंने पत्र में कहा है कि स्कुलो का समय सुबह 7:00 से 10:00 या 11:00 बजे तक निर्धारित करते हुऐ जल्द ही ऑर्डर निर्गत किया जाए। ताकि बच्चों को तपती धूप से राहत मिल सके। विधायक बिरुवा ने कहा कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में विगत कुछ दिनों से तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। इस बात की चिंता स्थानीय प्रशासन गम्भीरता से करें।

अब आइए जानते हैं स्कूल के मामले में प्रशासन का क्या कहना है


सिंहभूम के स्कूल प्रशासन यह स्वीकार करता है, की जिले में बहुत तेज धूप और गर्मी है, बच्चों के दर्द को भी महसूस किया जा रहा है, पर तकनीकी बाध्यता के कारण स्कूल समय में परिवर्तन के लिए शिक्षा निदेशालय के आदेश का इंतजार किया जा रहा है, जैसे वहां से कोई ऑर्डर निर्गत होता है, वैसे ही जिले में भी

के स्कुलो का समय परिवर्तित कर दिया जाएगा।

अब ऑर्डर जब आएगा तब आएगा! यह सर्वमान्य सत्य है कि प0 सिंहभूम में तेज गर्मी अपना रंग तेजी से दिखा रहा है, यह स्थिति केवल झारखण्ड के एक जिले की नहीं है, सभी धारणा में गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है, इस स्थिति में यह बेहतर होगा कि सरकार यथाशीघ्र स्कूल के समय को लेकर कोई ऑर्डर जारी करें..... जिससे गर्मी के कारण किसी भी प्रकार की हानि की स्थिति सामने न आए।