जमशेदपुर में बिगड़ती विधि व्यवस्था पर चिंतन बैठक आयोजित  शांति समिति का जिक्र न ही कीजिए तो अच्छा है : सरयू राय 

जमशेदपुर में बिगड़ती विधि व्यवस्था पर चिंतन बैठक आयोजित  शांति समिति का जिक्र न ही कीजिए तो अच्छा है : सरयू राय 


जमशेदपुर : शहर  की बिगड़ती विधि व्यवस्था पर चिंतन के लिए वरिष्ठ नागरिक संघ के शिव पूजन सिंह की अध्यक्षता में सिदगोड़ा  सूर्य मंदिर क्षेत्र स्थित सोन मंड़प में एक चिंतन बैठक आयोजित की गई। बैठक में बतौर मुख्य अतिथि विधायक सरयू राय , एके श्रीवास्तव , भोजपुरिया बेयार के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश कुमार , भोजपुरी समाज के श्रीनिवास तिवारी , अधिवक्ता कन्हैया पांडेय शिरकत किये। वहीं मंच संचालन शिक्षाविद् मिथिलेश श्रीवास्तव ने किया। बैठक में जमशेदपुर नागरिक परिषद के गठन पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। सबों ने हाथ उठाकर इस प्रस्ताव का समर्थन किया। 
शिवपूजन सिंह ने कहा कि हाल के दिनों में घटित घटनाओं से मैं व्यथित रहा । फलस्वरूप विगत दिनों गांधी घाट पर शहर के बुद्धिजीवियों की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें धर्म निरपेक्ष, गैर राजनीतिक संगठन बनाकर परस्पर सहयोग से सुंदर समाज गढ़ने का प्रयास कैसे हो , विधि व्यवस्था कैसे बनी रहें इस पर विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि शहर के जनप्रतिनिधि एवं बुद्धिजीवी होने के नाते उक्त बैठक में सरयू राय जी भी आमंत्रित किये । उन्होंने आमंत्रण स्वीकारा तथा बैठक में उपस्थित होकर मार्गदर्शन किया। जिससे हम सबों को हौसला मिला। उन्होंने कहा समाज के प्रबुद्ध लोगों को संगठन से जुड़कर काम करने के लिए आगे आना चाहिए। आगे कहा सरयू राय जी ने  संगठन का विस्तार प्रदेश स्तर पर करने का सुझाव दिये जिसपर हम सब सहमत है। 
रमेश कुमार ने कहा कि आदमी को अच्छा दिन और बुरा दिन भी याद रहता है। उन्होंने शहर के तत्कालीन एसपी परवेज हयात के कार्यकाल को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उनके कार्यकाल को शहर को अशांत करने वाला बताया। वहीं उन्होंने डॉ अजय कुमार के कार्यकाल की प्रशंसा करते हुए शहर के हालात पर  तुलनात्मक रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज शिकायत मिल रही है  एफआईआर तक नहीं लिखी जा रही है। ऐसा क्यों ?  आखिर पुलिस -  प्रशासन की क्या मजबूरियां है ? इसे भी जानने की जरूरत है। उन्होंने गैर राजनीतिक संगठन के गठन के पहल की सराहना की। 
श्रीनिवास तिवारी ने भोजपुरी में अपना संबोधन देते हुए कहा कि  क्राइम तअ ऐ घड़ी बढ़िए गई ल बा।  ऐ में कौनों शक न ईखे। अपराधी घर में  घुस अ  तारसन औरी लूट के चल जा तर सन।  लेकिन इ शिकायत थाना में दर्ज नईखे होत ।  ट्राफिक पुलिस भी ज्यादती कर अ तारसन ।  विधायक जी एसपी से बात करी। इ हे थाना रहे पहिले ठिके चलत रहे । अब का हो गईल । ये पे विचार करी जा। हम साथे बानी। 
एके श्रीवास्तव ने कहा कि मैं 1969 से इस शहर में हूं। डॉ  अजय कुमार  शहर में शांति व्यवस्था कायम किए थे। जिसे लोग याद करते हैं। हालांकि कुछ खामियां हम में भी है उसे दूर करना होगा। पुलिस को भरोसा दिलाना होगा हम सहयोग के लिए है । सब ठीक हो जाएगा। क्राइम बढ़ते घटते रहता है। 
श्रोता दीर्घा से एक शख्स ने कहा  जिस प्रकाश बालक मां की गोद में सुरक्षित महसूस करता है उसी प्रकाश पुलिस के बीच जिस दिन लोग सुरक्षित महसूस करने लगेंगे तभी पुलिस का होना सार्थक कहलाएगा। उन्होंने कहा  वक्त की मांग है  पुलिस पब्लिक समन्वय हो न अर्थात पीपी न की पीसी यानि पुलिस क्रिमिनल सांठगांठ।  उन्होंने कहा आज परिस्थिति है लोग पुलिस से डरते हैं। इस डर को खत्मकर विश्वास जगाने की जरूरत है। तभी लोग सहयोग के लिए आगे आएंगे। 
अनिता सिंह  ने कहा कि आज शहर में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रहीं है।  रात में विशेष रूप से असुरक्षित महसूस करती है। आज समय आ चुका है प्रबुद्ध लोगों को आगे आने की। 
सरयू राय ने कहा कि विगत दिन गांधी घाट में बैठक हुई।  शिवपूजन बाबू ने शहर में गिरती विधि व्यवस्था पर  चिंता व्यक्त कियें । फलस्वरूप आज फिर हम सब  बैठक में भाग लियें।  कानून व्यवस्था को लेकर रोज दस व्यक्ति मेरे पास आते हैं। इस उम्मीद के साथ की यदि हम बोल देंगे तो  थाना में उनका शिकायत दर्ज हो जाएगा। यह परिस्थिति दुःखद है‌।  इस पर हम पूरा जिक्र करेंगे तो वक्त जायर होगा‌ । उन्होंने कहा पुलिस के पास साधन , संसाधन की कमी की बात सामने आई है‌ उन्होंने थाना में गाड़ी घूमने से लेकर लिखे जाने वाले कागज तक के सच्चाई का जिक्र किया। आगे कहा कि आप सबों ने देखा है अपराध सीजनल हो गया है। उन्होंने चोरी और नशेड़ी गिरोह का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कुछ पहल हुई है दो थानेदारों को एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए बदला है‌ जो जरूरी भी था।  उन्होंने कहा बिरसानगर में तो हद हो गया था। कोई आदमी घर का छप्पर बदल रहा है तो थानेदार का ड्राइवर पहुंच जाता था । उन्होंने कहा आज की बैठक का जिक्र करते हुए एसएसपी से आप सब मिलिए  और उन्हें बताइए , बैठक में जो बातें उभर कर आई है। उन्होंने कहा  शांति समिति का जिक्र न ही कीजिए तो अच्छा है। उसका जिक्र जितना कम हो ठीक रहेगा।  आज यदि शांति समिति सक्रिय होती तो आज इस बैठक की जरूरत ही  नहीं पड़ती।  
उन्होंने कहा बिरसानगर में  तो यह स्थिति बन गई है कि जो जमीन सरकारी है वो हमारी है। जमीन भी अपराध बढ़ने का एक  कारण है। कई बार तो थाना सनहा लिखकर फाड़ देता है। कई बार तो थाना कोर्ट बन जाता है फैसला दे देता है। समाज सोया रहेगा तो अच्छा काम कैसे होगा। जमशेदपुर नगरिक परिषद के गठन के प्रयास को उन्होंने  सराहा। 

नकली गहना पहनती हो ।
पूर्व में शहर में घटित एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक महिला रोज की तरह टहल रही थी बदमाश देखता था । एक दिन बदमाश उस महिला के गले से चैन छीनकर भाग गया। कुछ दिन वो बदमाश टहल रही महिला के पास फिर आया और एक थप्पड़ लगाया , बोला नकली गहना पहनती है ! ऐसी तो शहर में घटनाएं घटित होती रही है‌ । 
धन्यवाद ज्ञापन बलविंदर सिंह ने किया। उन्होंने कविता पाठ ' कौवे की कचहरी में हंसों का बुरा हाल है ... पढ़कर श्रोताओं की तालियां बटोरी। 
बैठक में शहर के दर्जनों  प्रबुद्ध लोग शामिल थे।