जमशेदपुर : फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर जेवरात और नकद लूटने के मामले का पुलिस ने किया खुलासा

सुंदरनगर थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर फिल्मी स्टाइल में इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर लाखों के जेवरात और नकद लूटने के मामले का शनिवार को जिला पुलिस ने खुलासा किया।

जमशेदपुर : फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर जेवरात और नकद लूटने के मामले का पुलिस ने किया खुलासा
घटना के संबंध में जानकारी देते एसएसपी एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी
Jamshedpur : सुंदरनगर थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर फिल्मी स्टाइल में इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर लाखों के जेवरात और नकद लूटने के मामले का शनिवार को जिला पुलिस ने खुलासा किया।

इस मामले में पुलिस ने चार अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अपराध कर्मियों के पास से लूटा गया जेवरात, नगद एवं घटना में इस्तेमाल किया गया असलहा बरामद किया गया। घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि घटना में 6 से ज्यादा लोग शामिल थे. जिसमे एक महिला के भी सामिल होने की बात सामने आ रही है। घटना को अंजाम देने में तीन कार का उपयोग किया गया. जिसमे एक सुमो, एक काले रंग की स्कॉर्पियो तथा एक सफेद रंग की ब्रेजा कार सामिल थी। 
सुनियोजित तरीके से देते थे घटना को अंजाम
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधकर्मी सुनियोजित तरीके से घटनाओं को अंजाम देते थे। इसके लिए वे अपने पास ताला तोड़ने वाला गैस कटर, हथौड़ी, स्कू ड्राइवर छेनी वगैरह साथ लेकर चलते थे। गिरफ्तार अपराध कर्मियों के पास से उपरोक्त सामानों के अलावा आयकर अधिकारी का सादा लिबास, एक काले रंग का बैग, मोबाईल फोन बरामद किया गया है। गिरफ्तार अपराधकर्मियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एसएसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि घटना को अंजाम देने में छह से सात अभियुक्त शामिल थे. जिसमें बिरसानगर का रहने वाला अजय पूर्ति ( 35 ), जगरनाथपुर का कांडे तिरिया (35), चाइबासा का कमलेश तिरिया (40) और मुसाबनी का प्रमित पूर्ति (37) को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि अन्य अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए केवल चार ही घर के अंदर प्रवेश कर छापेमारी कर रहे थे. वहीं शेष अभियुक्त घर के बाहर रेकी कर रहे थे. 
लूटे गए सामान की घर में बैठकर बनाई थी सूची
एसएसपी ने बताया कि सुमो वाहन से तीन चार की संख्या में अज्ञात लोग घटना के दिन महिला के घर में आए थे. घर में आयकर अधिकारी के रुप में उन्होंने अपना परिचय दिया और वहां फर्जी तरीके से छापेमारी की। इस दौरान जेवरात और नकद जमा करा लिया। उन्होंने बताया कि जेवरात और नगद जमा कराने के बाद अपराधकर्मियों ने घर में उसकी सूची बनाई तथा परिवार के सदस्यों का उस पर हस्ताक्षर लिया। उसके बाद सभी ने परिजनों को अपना-अपना आधार कार्ड लेकर इनकम टैक्स ऑफिस आने के लिए कहा। छापेमारी टीम में मुख्य रूप से एएसपी सुमित अग्रवाल, जादूगोड़ा अंचल के इंस्पेक्टर इंद्रदेव राम, सुंदरनगर थाना प्रभारी प्रभात कुमार, जादूगोड़ा और मुसाबनी के थानेदार भी शामिल थे।