Kurmi Andolan: चौथे दिन भी आंदोलन जारी, सड़क - रेल यातायात ठप्प  

ST कैटेगरी में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलनरत कुरमी समाज का आंदोलन चौथे दिन भी जारी है। आंदोलन की वजह से दक्षिण पूर्व जोन के 60 ट्रेनों को रद्द किया गया है।

Kurmi Andolan: चौथे दिन भी आंदोलन जारी, सड़क - रेल यातायात ठप्प  

झारखंड/बंगाल

ST कैटेगरी में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलनरत कुरमी समाज का आंदोलन चौथे दिन भी जारी है। आंदोलन की वजह से दक्षिण पूर्व जोन के 60 ट्रेनों को रद्द किया गया है।  आंदोलन के कारण पिछले तीन दिन में 317 ट्रेनों को रद्द किया गया है।  इस बेमियादी आंदोलन से रेल-सड़क याता बुरी तरह प्रभावित हुआ है और दैनिक यात्रियों को खासी परेशानी हो रही है। पश्चिम बंगाल के आद्रा रेल मंडल के कुसतौर और खड़गपुर रेल मंडल के खेमासुली स्टेशन के निकट रेल लाइन को जाम कर दिया गया है। इससे हावड़ा, मुम्बई और ओड़िशा से दिल्ली मार्ग की ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हो रहा है। टाटानगर से बिहार और बंगाल मार्च की ट्रेनों का परिचालन बंद है। 


आंदोलन तेज करने की चेतावनी

टाटानगर से खड़कपुर के बीच एक हजार से अधिक आंदोलनकारी रेल पटरी पर बैठे हैं। कुरमी आंदोलन की वजह से कुस्तौर रेलवे स्टेशन और पुरुलिया-बराकर स्टेट हाईवे नंबर 5 आज चार दिन से बंद है। यातायात ठप हो गयी है। संगठन की ओर से यह भी ऐलान किया गया है कि कल रविवार से पुरुलिया जिले के कई मार्गों पर आंदोलन शुरू किया जाएगा। इतना ही नहीं, अगर मांगें नहीं मानी गईं तो यह आंदोलन बांकुड़ा, झाड़ग्राम और पश्चिमी मिदनीपुर जिलों में भी फैलेगा. उन्होंने चेतावनी देकर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।

लंबी दूरी की ट्रेन प्रभावित

सूत्रों के मुताबिक, कुरमी आंदोलन के कारण शनिवार को भी लंबी दूरी की कई ट्रेनें रद्द हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे के सूत्रों के मुताबिक शनिवार को लंबी दूरी की 72 ट्रेनों को शुरुआत में रद्द कर दिया गया है। कई ट्रेनें रूट चेंज कर चलायी जा रही हैं। कई ट्रेनों को छोटा किया गया है। रेलवे ने भारी वित्तीय नुकसान की आशंका जताई है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक, भुवनेश्वर-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक, शालीमार समेत लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रद्द या डायवर्ट किया गया है.

जंगलमहल ठप्प होने की आशंका

रेल और सड़क नाकाबंदी के चलते पूरे जंगलमहल के ठप हो जाने की आशंका जतायी जा रही है। शनिवार को रेल नाकाबंदी को चार दिन हो गए हैं और पांच दिनों से राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाकाबंदी चल रही है। कुरमी समाज के सामाजिक संगठनों ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। नतीजतन, राज्य के कई निवासियों को विभिन्न स्थानों की यात्रा करते समय घर लौटने में परेशानी हो रही है।