नियोजन नीति पर जारी है हंगामा, बीजेपी विधायकों ने टी-शर्ट पर छापे नारे

नियोजन नीति को लेकर भाजपा विधायकों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. मंगलवार को भी बीजेपी विधायकों ने ‘60-40 नाय चलतो लिखा’ टी शर्ट पहनकर विधानसभा प्रवेश द्वार पर प्रदर्शन और नारेबाजी की. बीजेपी विधायक ‘60-40 नाय चलतौ’, ‘1932 की भेलो का नारा’ लगा रहे थे. बजट सत्रा का आज आंठवां दिन है.

नियोजन नीति पर जारी है हंगामा, बीजेपी विधायकों ने टी-शर्ट पर छापे नारे
Eighth day of the budget session of the Jharkhand Legislative Assembly, the ruckus of BJP MLAs continues.

रांची, झारखंड

नियोजन नीति पर बीजेपी विधायकों का विरोध प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को भी बीजेपी विधायकों ने ‘60-40 नाय चलतो' लिखा टी शर्ट पहनकर विधानसभा के प्रवेश द्वार पर प्रदर्शन और नारेबाजी किया। बीजेपी विधायक ‘60-40 नाय चलतो’व , ‘1932 की भेलो' का नारा लगा रहे थे। बजट सत्रा का आज आंठवां दिन था। विधायकों का कहना है कि सरकार के पास न तो रोजगार देने की नीति है और ना ही नियत। सरकार पिछले दरवाजे से नियोजन नीति ला रही है, जबकि सत्र चल रहा है। झारखंड विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायक पूर्व की भांति वेल में आ गए। ‘60-40 नाय चलतो’ लिखा टी-शर्ट पहनकर बीजेपी विधायकों ने सदन में नारेबाजी की, मेज थपथपाया और तालियां बजाकर भी विरोध किया। हंगामा थमता ना देख स्पीकर ने 11.30 बजे सदन की कार्यवाही 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। नियोजन नीति पर सदन में बीजेपी विधायकों ने दोबारा कार्यवाही शुरू होने के बाद फिर हंगामा शुरू कर दिया। 

हेमंत सोरेन हाजिर हो


विपक्ष ने सदन में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन हाजिर हो का नारा लगाया। बीजेपी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि सदन में दो तीन दिनों से व्यवधान आ रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की भावना का आदर करते हुए सदन चले। विपक्ष ने एकमात्र विषय को सदन में रखा है। राज्य के शिक्षित बेरोजगार प्रताड़ित हो रहे हैं, सदन में सरकार बताए कि 1932 का क्या हुआ। 2016 से पहले की जो नियोजन नीति सरकार लागू करने जा रही है वह क्या है, साथ ही उन्होनें पूछा कि 60-40 क्या है?

पूर्व स्पीकर को भी मिलेगी आवास की सुविधा

भोजनावकाश के बाद सदन में कृषि विभाग के अनुदान मांग पर चर्चा के दौरान विधायक सीपी सिंह ने पूर्व स्पीकर के लिए चालक, सहायक और सरकारी आवास की मांग की। सीपी सिंह ने कहा कि यह पद बहुत महत्वपूर्ण होता है। पूर्व स्पीकर भी सम्मान पूर्वक जीवन यापन कर सके। विधायक की इस मांग पर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कमेटी गठन करने की घोषणा की। मालूम हो कि झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवास और अन्य सुविधा उपलब्ध है। बीजेपी विधायक भानु प्रताप शाही ने स्पीकर से आग्रह किया कि पूर्व स्पीकर को सुविधा देने के लिए जो कमिटी बने वही कमिटी विधायकों के वेतन भत्ता बढ़ाने का भी विचार करे, क्योंकि महंगाई बढ़ गयी है।