चक्रधरपुर शहर के एक ई-रिक्शा चालक की बेटी ने वार्षिक माध्यमिक परीक्षा में सफलता का परचम लहराया

चक्रधरपुर शहर के एक ई-रिक्शा चालक की बेटी ने वार्षिक माध्यमिक परीक्षा में सफलता का परचम लहराया

चक्रधरपुर शहर के एक ई-रिक्शा चालक की बेटी ने वार्षिक माध्यमिक परीक्षा में सफलता का परचम लहराया. शहर के कारमेल उच्च विद्यालय की छात्रा राजश्री लोहार ने मैट्रिक की परीक्षा में पश्चिमी सिंहभूम जिला में पांचवा, जबकि विद्यालय में चतुर्थ स्थान प्राप्त किया. शहर के न्यू बस स्टैंड के समीप रहने वाली राजश्री को 95 फीसद 472 अंक मिले हैं. राजश्री के पिता भाड़े की ई-रिक्शा चलाते हैं, जबकि माता शकुंतला देवी दिल्ली की एक फैक्ट्री में काम करती है. राजश्री का सपना इंटर कला संकाय की पढ़ाई के बाद स्नातक और आइएएस बनना है. परीक्षा की तैयारी को लेकर वह प्रतिदिन लगभग 10 घंटे स्वाध्याय करती थी. बड़े भाई ने भी उसके साथ ही मैट्रिक की परीक्षा दी है.

राजश्री अपना मामा घर चिरंजी ब्लॉक मे रह कर अपना  पढ़ाई करती है

राजश्री को हिंदी में 94, इंग्लिश  में 97, गणित में 98, साइंस में 91, सोशल साइंस में 87 , संस्कृत में 95 अंक प्राप्त हुए हैं, खुशी आगे साइंस लेकर पढ़ाई करना चाहती है और उसका सपना यूपीएससी पास कर आईएएस अधिकारी बनाने का है.

राजश्री ट्यूशन के साथ  सेल्फ स्टडी किया करती थी. इसी के बल पर यह परिणाम आया है. घर पर नानी,मामा,मामी, मौसी ओर माता-पिता, शुरू से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहे हैं. उसने बताया कि किसी भी विद्यार्थी में सेल्फ मेटिवेशन होना बहुत जरूरी है. जिस विद्यार्थी में सेल्फ मेटिवेशन होगा वह जीवन में कुछ भी हासिल कर सकता है.