झारखंड आंदोलनकारियों के छलके आंसू, आजसू मना रहा 38 वां स्थापना दिवस 

22 जून 1986 को गठित ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) आज अपना 38 वां स्थापना दिवस मना रही है।

झारखंड आंदोलनकारियों के छलके आंसू, आजसू मना रहा 38 वां स्थापना दिवस 
आजसू की तीन तस्वीर

रांची,


ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) आज अपना 38 वां स्थापना दिवस मना रही है। 22 जून 1986 को गठित आजसू के संस्थापकों ने आज रांची प्रेस क्लब में इसका स्थापना दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में संस्थापक सूर्य सिंह बेसरा, पद्मश्री मुकुंद नायक, पद्मश्री जनुम सिहं सोय, संजय बसु मल्लिक समेत कई आंदोलनकारी शामिल हुई। इस मौके पर सूर्यसिंह बेसरा लिखित पुस्तक झारखँड: निर्णायक आंदोलन के नायक 'आजसू' का 72 घंटे आत्मोत्सर्ग का विमोचन किया गया। इस पुस्तक में झारखंड आंदोलन से जुड़े कई पहलू की चर्चा की गयी है। सूर्यसिंह बेसरा ने इस मौके पर सरकार से मांग की है कि झारखंड आंदोलनकारियों के चिन्हितिकरण में जेल जाने की बाध्यता को खत्म किया जाये और 30 हजार प्रतिमाह पेंशन दिया जाये। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों के मुफ्त इलाज की व्यवस्था सरकारी की ओर से किया जाये। झारखंड आंदोलनकारियों को राज्य गठन के बाद ना पहचान मिली और ना ही लाभ।  

आंदोलनकारियों के छलके आंसू

इस दौरान झाऱखंड आंदोलन से जुड़े लोगों ने अपने अपने पुराने दौर और आंदोलन के झण को याद करते हुए रूआंसे हो गये। आजसू के नेता उदय मांझी उनमें से एक हैं, जिनपर बिहार क्राइम कंट्रोल एक्ट लगाया गया था। यह आंदोलनकारियों को कुचलने के लिए उठाया जाने वाला वो कदम था, जिसके तहत मुकदमों में लोगों को राहत की उम्मीद नहीं रहती थी। उदय एक साल तक बिहार के जेल में बंद रहे। आज वो झारखँड के हालात और आंदोलन के दर्द को याद करते हुए रो पड़े। उन्होंने कहा कि पढ़ाई छोड़कर झारखंड आंदोलन में कूद पड़े। अपना सबकुछ गंवा दिया, लेकिन आज उन्हें क्या मिला, राज्य के आदिवासियों को क्या मिला।

झारखँड: निर्णायक आंदोलन के नायक 'आजसू' का 72 घंटे आत्मोत्सर्ग

इस पुस्तक के लेखक आजसू के संस्थापक सह आंदोलनकारी सूर्यसिंह बेसरा हैं। उन्होंने इस इस पुस्तक में आंदोलन की पृष्ठभूमि 1915 छोटानागपुर उन्नति समाज से लेकर 15 नवंबर 2000  झाऱखंड राज्य के निर्माण तक का वर्णन किया गया है। 1950 में झारखंड पार्टी का गठन, चार राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों को मिलाकर परिकल्पित झारखंड राज्य का भौगोलिक सीमाओं से रेखांकित करना तथा 1952 में बिहार विधानसभा चुनाव में झारखंड पार्टी से 32 विधायक का निर्वाचित होना को बहुत बड़ा ऐतिहासिक परिघटना बताया है। 23 अगस्त 1989 को राजीव गांधी के प्रधानमंत्रीत्व काल में 'झारखँड विषयक समिति' का गठन हुआ था।

सुदेश महतो की पार्टी ने भी मनाया स्थापना दिवस

रांची के हरमू रांची स्थित आजसू पार्टी मुख्यालय में संकल्प सभा एवं मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर आजसू पाटी केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो संकल्प सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिना झारखंड के इतिहास को जाने , उसके संघर्ष को बिना जाने झारखंड गठन के उद्देश्यों को बिना समझे वर्तमान झारखंड को सजाना सवारना संभव नही है। राज्य की जनता ने हर तरह के अपील पर प्रयोग करके देख लिया उसके बाद भी अगर वर्तमान के हालात पर बैठकर चिंता करेंगे तो पाएंगे कि अन्य राज्यों की तुलना में  जिस तेजी से इस राज्य को आगे बढ़ना है उसमें मुख्य कारण राजनीति को पाएंगे।